shiv chalisa lyrics Fundamentals Explained
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने